कर्म
स्वामी जी का कर्मयोगः कर्म का मार्गदर्शक

स्वामी विवेकानंद की 162वीं जयंती पर, हम उन्हें समस्त भारत के, खास कर युवाओं के लिए, एक महानतम प्रतीक के रूप में याद करते हैं। उनकी जयंती देश में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाई जाती है। वे मानवता के उत्थान एवं उसके संवर्द्धन के हमेशा...

विवेकानन्द चिन्तन का उदय एवं विकास

प्रस्तावना मानव के समक्ष उपस्थित समस्याएँ और विकास की अवस्था के मध्य चिन्तन का उदय होता है। हर समस्या का समाधान जब भी खोजा जाता है, तो उस समस्या के समाधान के संदर्भ में विकल्प प्रस्तुत किये जाते हैं। यह विकल्प ही चिन्तन है, जो समस्या की चिन्ता और...

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