श्रीलंका
श्रीलंका: सिंहासन खाली करो कि जनता आती है

राष्ट्रकवि स्व. श्री रामधारी सिंह दिनकर की उपरोक्त पंक्तियाँ श्री लंका की वर्तमान परिस्थिति पर अक्षरशः लागू होती हैं। विगत शनिवार को देश के कई संगठनों (बार एसोसिएशन, बौद्ध संगठन, कर्मचारी संघों आदि) के आह्वान पर देश के कोने कोने से प्रदर्शनकारी...

बेकाबू होती श्रीलंकाई अर्थव्यवस्था; आइएमएफ से मदद की गुहार

श्रीलंका में छाई आर्थिक मंदी हाल के दशकों में सबसे खराब है, जिसने कई परिवारों को गरीबी के मुंह में धकेल दिया है। सरकार की कई गलत आर्थिक नीतियों के कारण स्थिति तेजी से नियंत्रण से बाहर होती जा रही है। अस्थिरकारी यह आर्थिक संकट स्पष्ट रूप से देश में...

Contact Us