उत्तरी मोजाम्बिक में बढ़ता आतंकवादी खतरा
Dr Neha Sinha

दि रिपब्लिक ऑफ मोजाम्बिक 2017 से ही बढ़ते आतंकवादी हमलों का गवाह रहा है। पहला आतंकवादी हमला मोजाम्बिक के काबो डेलगाडो (Cabo Delgado) प्रांत के मोसिंबो दा प्राइआ (Mocimboa da Praia) में 5 अक्टूबर 2017 को हुआ था।1 तब से लेकर इस्लामिक स्टेट (आइएस) से जुड़े अनेक उग्रवादी समूहों द्वारा आतंकवादी हमले किये जाते रहे हैं। ये समूह अन्य जिलों में भी फैल गये हैं, जो इस देश और समूचे की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर चुनौती बन गये हैं। उग्रवादियों के बीच लड़ाई का अव्वल मकसद इस क्षेत्र में इस्लामिक स्टेट की स्थापना करना है और इस काम में उन्होंने अधिकतर बेकसूर आम नागरिकों के जानमाल को अपना निशाना बनाया है। इस्लामिक आतंकवादियों ने हाल ही में काबो डेलगाडो के पल्मा में 24 मार्च 2021 को हमला किया था, जो 2017 से शुरू हुए आतंकवादी हमलों के बनिस्बत सबसे भीषण और सबसे घातक हमला था।2 इस हमले ने सीधे तौर पर देश की अर्थव्यवस्था के भविष्य पर एक ग्रहण लगा दिया था। आखिर काबो डेलगाडो में इन आतंकवादी हमलों के बढ़ते जाने के क्या कारण हैं? यहां के लोग किस तरह की चुनौतियां झेल रहे हैं और इसके आगे का रास्ता क्या है? यह आलेख इन्हीं तमाम मसलों के विश्लेषण का एक प्रयास है।

उत्तरी काबो डेलगाडो में बढ़ते विद्रोह के कारण

उत्तरी-पश्चिम मोजाम्बिक के काबो डेलगाडो में संघर्ष जारी है और बीते कुछ सालों में यह क्षेत्र इस्लामी स्टेट द्वारा तीखे हमले के किये जा रहे दावों के बीच जिहादी आतंकवाद के एक खास ठिकाने के रूप में उभरा है। अंसार अल सुन्ना /अहलू सुन्ना वल-ज़मा (एएसडब्ल्यूजे), जिसे स्थानीय तौर पर अल शहबाब के नाम से जाना जाता है,जिसका सोमाली विद्रोही संगठन के साथ व्यावहारिक स्तर पर कोई संबंध नहीं है; वह 2017 से एक गैर-हिंसक संगठन के रूप में उभरा है।3. इस संगठन को आइएस के मोजाम्बिक आतंकी समूह से जुड़ा बताया जाता है और उग्रवाद के एक केंद्र के रूप में मोजाम्बिक के उत्तरी प्रांत में किये जाने वाले हमलों में सहभागी रहा है।

5 अक्टूबर 2017 को काबो डेलगाडो में हुए पहले हमले के बाद से गांव के कई लोगों ने अपने घर-बार छोड़कर पास के प्रांत में शरण लिया था। तब से ही उनका घर वीरान पड़ा है। नवंबर 2020 में उत्तरी मोजाम्बिक में हमलों में काफी तेजी आई थी, देश के विद्रोहियों ने काबो डेलगाडो के गांवों में 50 लोगों का सिर कलम कर दिया था।4 पिछले कुछ साल पहले उत्तरी मोजांबिक में शुरू हुए विद्रोह लगातार बढ़ते रहे, जिसके नतीजतन अनेक लोगों की जानें गईं और बड़ी संख्या में लोग विस्थापित हुए। इस क्षेत्र में हिंसा बढ़ने और उसके जारी रहने के बहुत सारे कारक हैं। इसकी एक मुख्य वजह गरीबी और बेरोजगारी है, जिसने क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता और आतंकवाद एवं उग्रवाद को फैलाने में मदद की है। देश में ऐसे अनेक क्षेत्र हैं, जो काफी गरीब हैं तो कुछ संसाधनों से समृद्ध हैं। सरकार ने क्षेत्र के विकास के लिए समग्रता में कुछ कदम उठाए हैं। काबो डेलगाडो तेल, खनिज, टिंबर और वन्य जीवन जैसे संसाधनों से समृद्ध होते हुए भी विद्रोह का केंद्र बना हुआ है। इसकी एक वजह यह है कि यह प्रांत मोजाम्बिक से एकदम उत्तरी छोर पर पड़ता है, जो देश की राजधानी से इसे भौतिक रूप से बहुत दूर कर देता है। यह प्रांत 1977 से लेकर 1992 के नागरिक युद्धों के दौरान भी देश से कटा-छंटा रहा था।5 आज तक मोजाम्बिक सरकार इस प्रांत की दिक्कतों और मांगों को पूरी करने के लिए पर्याप्त कदम उठाने में विफल रही है। दो ताकतवर पार्टियों-मोजाम्बिकन नेशनल डिस्टेंस और मोजाम्बिक लिबरेशन फ्रंट-के बीच लगातार प्रतिद्वंदिता ने भी इस क्षेत्र का बेड़ा गर्क किया है। दोनों ही पार्टियां क्षेत्र में अपने प्रभुत्व कायम करने के लिए लड़ती-भिड़ती रहती हैं। इस क्षेत्र में निर्धन सामाजिक-आर्थिक स्थितियां हैं, और पर्याप्त संख्या में स्कूल नहीं हैं और लचर स्वास्थ्य सेवाएं हैं। ये कारक इस क्षेत्र को अविकसित और हिंसक आतंकवाद के लिए और ही अधिक असुरक्षित एवं असहाय बनाते हैं। यहां के बाशिंदे अपनी सरकार से इन समस्याओं को दूर करने के लिए समग्र पहल की मांग करते हैं। इस इलाके में कुछ विदेशी तेल और गैस कंपनियां जैसे ExxonMobil and Total ने भारी निवेश किया है, लेकिन इन निवेशकों के विरुद्ध निरंतर आतंकवादी हमलों ने इस क्षेत्र की स्थिरता और शांति भंग कर दी है, और यह सीधे मोजाम्बिक की सुरक्षा, आर्थिक भविष्य और विकास को चुनौती दे रहा है।

विदेशी निवेशकों को यहां एक खतरे के रूप में देखा जाता है और इस नजरिये ने क्षेत्र पर समग्रता में एक नकारात्मक प्रभाव डाला है। प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर यह क्षेत्र अफ्रीका की तरल प्राकृतिक गैस (एलएनजी) की तीन सबसे बड़ी परियोजनाओं- मोजाम्बिक एलएनजी प्रोजेक्ट (Total, formerly Anadarko), कोरल एफएलएनजी प्रोजेक्ट (ENI and ExxonMobil) और रोवुमा एलएनजी परियोजना (ExxonMobil, ENI and CNPC) 6 का ठौर बना हुआ है। क्षेत्र में विदेशी निवेश के पहले यह इलाका काफी शांत हुआ करता था। विदेशी निवेश में वृद्धि और इन कंपनियों की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता के अभाव के साथ लोगों का असंतोष बढ़ता गया। इन कंपनियों के स्थानीय लोगों के साथ व्यवहार को लेकर भी असंतोष का वातावरण बनता गया है। काबो डेलगाडो क्षेत्र तंजानिया की सीमा से सटा हुआ है, और तंजानिया की सीमा आगे केन्या से लगती है। यह भौगोलिक स्थिति काबो डेलगाडो क्षेत्र से हिंद महासागर के लिए एक महत्वपूर्ण रास्ता बनाती है। चूंकि यह रास्ता पूरी तरह से सरकार के नियंत्रण में नहीं है, मोजाम्बिक का उत्तरी प्रांत मादक द्रव्य की तस्करी का मार्ग बन गया है। बेहतर प्रशासन की कमी और संभावित भ्रष्टाचार के चलते, अराजकता बढ़ रही है और कई सारे अन्य कारकों ने इस क्षेत्र और इसके लोगों के ऊपर अपना वर्चस्व जमा लिया है, जो क्षेत्र को उथल-पुथल की तरफ ले जाता है। इसने विस्थापन को बढ़ावा दिया है। इसके चलते विदेशी निवेशकों के लिए विस्थापितों भूमि पर दखल को आसान बना दिया है। संदिग्ध एएसडब्ल्यूजे उग्रवादी इस पहल के खिलाफ है और आवाजाही के मार्ग पर अपना दल बनाने के लिएउन्होंने इस प्रांत के अनेक मार्ग पर नियंत्रण कर लिया है। इनमें Palma and Mocimboa da Praia रोड भी शामिल है। Mocimboa da Praia बंदरगाह सामरिक महत्व को देखते हुए विद्रोहियों ने उस पर कब्जा जमा लिया है।7 इस बंदरगाह को अधिक लुभावना और देश आमदनी की एक बड़े स्रोत के रूप में देखा जाता है। यह अफुंगी प्रायद्वीप (Afungi peninsula) के दक्षिण में स्थित है और एलएनजी सुविधा के रूप में अफ्रीका की अकेली सबसे बड़ी निवेशक परियोजना का ठिकाना भी है।

चुनौतियां और आगे का मार्ग

मोजाम्बिक सरकार इस क्षेत्र में कट्टरपंथ को बढ़ावा देने वाली मूल वजहों की पहचान करने में विफल रही है, लेकिन इस क्षेत्र को उग्रवाद की तरफ धकेलने वाले कारकों को पहचानती है जिसके बारे में इस आलेख शुरुआत में विचार किया गया है। क्षेत्र के लोगों का विश्वास है कि उथल-पुथल से ग्रस्त इस क्षेत्र में स्थिरता और सुरक्षा का वातावरण बनाने में अनेक सारी चुनौतियां हैं। स्थिति को अपने नियंत्रण में लाने के लिए मोजांबिक सरकार ने क्षेत्रीय पड़ोसियों और विदेशी निवेशकों के साथ सुरक्षा करार किए हैं। मोजाम्बिक ने सीमा पार से होने वाले अपराधों पर लगाम लगाने के लिए तंजानिया के साथ सहयोग बढ़ाने की गरज से जनवरी 2018 में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। युगांडा और डीआरसी के साथ भी मोजाम्बिक ने सुरक्षा समझौते किए हैं।8. काबो डेलगाडो क्षेत्र में एएसडब्ल्यूजे की चुनौतियों से निपटने के लिए मोजाम्बिक ने रूस के साथ भी करार किया है। अगस्त 2019 में रूस की प्राइवेट मिलिट्री कंपनी वेंगर पीएमसी (Wagner PMC) ने काबो डेलगाडो में आतंकवाद से लड़ने के लिए अपने 203 सैनिकों, ड्रोन और हेलीकॉप्टरों को तैनात किया था।9

मोजाम्बिक के राष्ट्रपति फिलिप न्यूसि (Filipe Nyusi) ने अपने देश से जिहादियों को निकाल बाहर करने के लिए क्षेत्रीय संगठनों से सहयोग का आह्वान किया था।10 आतंकवाद और विद्रोह से लड़ने के लिए मोजाम्बिक ने यूरोपियन यूनियन से भी सैनिक सहायता मांगी थी, जिस पर उसे सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। यूरोपीयन पार्लियामेंट ने मोजांबिक में विद्रोह अपने और फैलने की आंतरिक कारण गिनाए हैं जिनमें, भ्रष्टाचार, गरीबी, बेरोजगारी और मानवाधिकारों का उल्लंघन और पर्यावरण के विघटन जैसे कारण शामिल हैं। पार्लियामेंट ने यह भी टिप्पणी की कि “मोजाम्बिककी सेना बढ़ते आतंकवाद से बेहतर तरीके से लड़ने में साधन-सक्षम नहीं है।”11. यह अपेक्षा की जाती है कि यूरोपियन यूनियन की तरफ से समय पर मिलने वाली पर्याप्त मदद मोजाम्बिक से आतंकवादियों का सफाया करने में मददगार होगी।

चूंकि मोजाम्बिक की सीमा दक्षिण अफ्रीका विकास समुदाय (एसएडीसी) देशों (मलावी, दक्षिण अफ्रीका, जांबिया, एवासतिनी, जिंबाब्वे और तंजानिया) से लगती हैं, ऐसे में इन पड़ोसी देशों का एक साझा उपक्रम मोजाम्बिक में विद्रोह के खतरों से कुचलने में मददगार हो सकता है। मोजाम्बिक ने एसएडीसी के अध्यक्ष का कार्यभार 17 अगस्त 2020 को संभाला है।12 यह 14 क्षेत्रीय संगठनों का एक समुदाय है। आज मोजाम्बिक को अपने यहां से हिंसक विद्रोह का सफाया करने के लिए पड़ोसी देशों की तरफ से तत्काल मदद की जरूरत है। एसएडीसी ने आज तक काबो डेलगाडो क्षेत्र की तरफ बहुत कम ध्यान दिया है।13 हालांकि अनेक कार्यकर्ताओं ने इस बात पर जोर देते हुए आग्रह किया था कि विद्रोह के पड़ोसी देशों तक पहुंचने से पहले ही उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है, जैसा कि बोको हरम विद्रोह के मामले में किया गया था। यह नाइजीरिया के उत्तर-पूर्व में शुरू हुआ था और अब यह नाइजर, चाड और कैमरून जैसे देशों में फैल गया है।

आतंकवाद से निपटने के लिए सामुदायिक भागीदारी और काबो डेलगाडो के लोगों, जिनमें युवा, महिलाएं, सरकारी कर्मचारी, सुरक्षाकर्मी शामिल हैं, उनके साथ संवाद करने की आवश्यकता है। युवाओं का सशक्तिकरण कर, क्षेत्र में रोजगार अवसरों का सृजन कर और अधिकारियों को बेहतर प्रशिक्षण देकर इस समस्या का निदान किया जा सकता है। स्थानीय मीडिया भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकता है। वह इस हिंसक उग्रवाद के कर्ता-धर्ताओं के बारे में लोगों को अवगत करा कर और इनके समूल नष्ट से जन सामान्य को मिलने वाले फायदों के बारे में जानकारी देकर आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई में अपना बेहतर योगदान दे सकता है।

निष्कर्ष

विदेशी निवेश में बढ़ोतरी, क्षेत्र का अल्प विकास और सरकार की संवाद-संप्रेषण की कार्य नीति में कमी उत्तरी मोजाम्बिक में विद्रोह के फैलने के प्राथमिक कारण हैं। हिंसा की जड़ों को नष्ट करने के लिए एक साथ सैनिक, आर्थिक, राजनीतिक और मानवीय स्तर पर उपाय करने की जरूरत है। देश में सक्रिय विकास के सहयोगियों, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों, तथा निजी कंपनियों के साथ संवाद-समन्वय आतंकवाद के नियंत्रण की दिशा में एक बेहतर कदम साबित हो सकता है। सुरक्षा, निगरानी और सीमाओं को चाक-चौबंद करने के काम में मजबूती इस मसले को प्रभावी तरीके से निपटाने में मदद कर सकती है। इससे बढ़कर, अफ्रीकी यूनियन जैसे महत्वपूर्ण संगठन को चाहिए कि इस संकट का प्राथमिक स्तर पर निष्पादन करे और इस काम में एसएडीसी के साथ तालमेल कर विद्रोहियों के साथ संग्राम में मजबूती दे। मोजाम्बिक में आतंकवाद के विरुद्ध संघर्ष के लिए तथा एक समग्र कार्य नीति बनाने के लिए अफ्रीकी यूनियन और एसएडीसी एक महती भूमिका निभा सकते हैं।

पाद-टिप्पणियां
  1. सिन्हा नेहा 2017: कमेंट्री- ‘ राइज ऑफ़ टेररिज्म इन मोजाम्बिक : फर्स्ट इस्लामिक अटैक शॉक द रीज़न’, वीआइएफ 20 नवंबर 2017 https://www.vifindia.org/article/2017/november/20/rise-of-terrorism-in-mozambique-first-islamist-attack-shock-the-region (25सितंबर 2020 को देखा गया।)
  2. एस्टाकियो वलोई, टिम लिस्टर, वास्को कोटोवियो और रोबिन कर्नो 2021: “फॉरेनर्स एंड लोकल्स अमंग डजन्स किल्ड इन मोजाम्बिक टेरर अटैक।”
    https://edition.cnn.com/2021/03/28/africa/palma-mozambique-ambush-intl/index.html (31मार्च 2021 को देखा गया।)
  3. डोरिना ए, बेकोए स्टेफ़नी एम। बुरचर्ड सारा, ए. डैली 2020: “इंस्टीट्यूट फॉर डिफेंस एनालिसिस एक्सट्रीमिज इन मोजाम्बिक ग्रुप प्रैक्टिस एंड द रोल ऑफ द गवर्नमेंट्स रिस्पांस इन द क्राइसिस इन काबो डेलगाडो।” https://www.ida.org/-/media/feature/publications/e/ex/extremism-in-mozambique-interpreting-group-tactics-and-the-role-of-the-governments-response/d-13156.ashx (3 फरवरी 2021 को देखा गया।)
  4. अल जजीरा 2020: आइएसआइएल- ‘लिंक्ड अटैकर्स बिहेड 50 पीपुल इन नॉर्थ मोजाम्बिक’। https://www.aljazeera.com/news/2020/11/10/isil-linked-attackers-behead-50-people-in-northern-mozambique
  5. दी ग्लोबल इनिशिएटिव अगेंस्ट ट्रांस्नैशनल ऑर्गेनाइज्ड क्राईम, 2020। “सिविल सोसाइटी ऑफ ऑब्जर्वेटरी ऑफ इलिसिट इकोनॉमिक्ज इन ईस्टर्न एंड साउदर्न अफ्रीका।” https://globalinitiative.net/wp-content/uploads/2020/05/GI-Risk-Bulletin-007-04May1845-proof-5.pdf. (5मार्च 2021 को देखा गया।)
  6. इल्हाम राउट 2020: ‘गैस रिच मोजाम्बिक मे बी हेडेड फॉर ए डिजास्टर’. https://www.aljazeera.com/opinions/2020/2/24/gas-rich-mozambique-may-be-headed-for-a-disaster (4 फरवरी 2021 को देखा गया।)
  7. आंद्रे बैप्टिस्टा, सरवन कज्जो, 2020: ‘ इस्लामिस्ट इनसरजेंट्स कैप्चर स्ट्रैटेजिक पोर्ट इन नार्दन मोजाम्बिक’, वीओए, https://www.voanews.com/africa/islamist-insurgents-capture-strategic-port-northern-mozambiqe (28 सितंबर 2020 को देखा गया।).
  8. “युगांडा: मोजाम्बिक एंड युगांडा साइन कोऑपरेशन एग्रीमेंट,” ऑलअफ्रीका, 18 मई 2018. https://allafrica.com/stories/201805210212.html; ( 20 फरवरी 2021 को देखा गया।)
  9. “कांगोलिज अथॉरिटीज प्लेज सपोर्ट अगेंस्ट एक्सट्रीमिस्ट्स मोजांबिक,” क्लब ऑफ मोजांबिक, 5 जून 2018,https://clubofmozambique.com/news/congolese-authorities-pledge-support-against-extremistsmozambique/; एंड “तंजानिया, मोजांबिक साइन एमओयू इन कर्बिंग टेररिज्म, ड्रग ट्रैफिकिंग,” क्लब ऑफ मोजाम्बिक, 16 जनवरी 2018,https://clubofmozambique.com/news/tanzania-mozambiquesign-mou-in-curbing-terrorism-drugs-trafficking ( 20 फरवरी 2021 को देखा गया।)
  10. आंद्रे बैप्टिस्टा, सरवन कज्जो 2020 : ‘इस्लामिस्ट इनसरजेंट्स कैप्चर स्ट्रैटेजिक पोर्ट इन नार्दन मोजाम्बिक’, वीओए। https://www.voanews.com/africa/islamist-insurgents-capture-strategic-port-northern-mozambiqe (28 सितम्बर, 2020 को देखा गया।)
  11. जोसेफ हनलन 2020: ‘साउदर्न अफ्रीका: मोजाम्बिक आस्क यूरोपियन यूनियन मिलिट्री हेल्प’, ऑल अफ्रीका, 29 सितंबर 2020.https://allafrica.com/stories/202009290483.html (6अक्टूबर 2020 को देखा गया।)
  12. एसएडीसी2020: ‘टुवार्डस कॉमन फ्यूचर’।https://www.sadc.int/news-events/news/he-president-nyusi-mozambique-takes-over-chair-sadc-pledging-continue-advancing-regional-development-agenda/ (4 फरवरी 2021 को देखा गया।)
  13. टोनडेराई मकरेद्जी 2020: ‘मोजाम्बिक कांट कंटेन इट्स इनसरजेंसी एलोन’ (28 सितंबर 2020 को देखा गया) https://foreignpolicy.com/2020/09/11/mozambique-contain-insurgency-counterterrorism-strategy-assistance/

Translated by Dr Vijay Kumar Sharma (Original Article in English)


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