सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ वियतनाम की 13वीं नेशनल पार्टी कांग्रेस का समापन
Prof Rajaram Panda

वैश्विक महामारी कोरोना का अचानक प्रकोप हो जाने से कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ वियतनाम (सीपीवी) की 13वीं नेशनल पार्टी कांग्रेस अपने निर्धारित समय से 2 दिन पहले ही हनोई में संपन्न हो गई। इसके पहले, नेशनल असेंबली की कार्यवाही 8 दिन चली थी। पार्टी कांग्रेस की अध्यक्षता नेशनल असेंबली के अध्यक्ष गुयेन थी नगन ने की थी। एक त्वरित उपाय में वियतनाम ने कोविड-19 की रोकथाम के लिए पहली वैक्सीन के उपयोग की इजाजत दे दी।

इस निबंध के दो भाग हैं: पहले भाग में, प्राणघातक कोरोना वायरस को समय से पूर्व उचित तरीके से नियंत्रित करने के वियतनाम के काम को एक मॉडल के रूप में दिखाया गया है और पूरे साहस के साथ उससे निबटने के लिए विश्व को एक सबक दिया गया है। साथ ही, आगे के नुकसान से बचाव के लिए कुछ उपाय भी बताए गए हैं,इसलिए इसके दूसरे हिस्से में कॉन्ग्रेस के दौरान होने वाली कार्यवाहियों का आकलन किया गया है और यह जानने की कोशिश की गई है कि उनके वियतनाम के भविष्य के संदर्भ में क्या मायने हैं।

खंड-एक

जब कोरोना वायरस का प्रकोप हुआ और यह पूरे विश्व में फैल गया तब वियतनाम उन गिने-चुने देशों में से एक था, जिसने वायरस को नियंत्रित करने के लिए राष्ट्रव्यापी प्रभावी अभियान चलाया था, जिसके चलते ग्रीस, स्लोवेनिया, जॉर्डन और आइसलैंड ने आधिकारिक रूप से कोविड-19 के मामलों को गंभीरता से कम करने और इससे संक्रमित मरीज के उपचार में उल्लेखनीय सफलता हासिल करने के इन दोनों ही संदर्भों में “स्थिति को बिगड़ने से रोकने” को आधिकारिक रूप से स्वीकार किया था।1 क्योंकि वैश्विक महामारी पूरे विश्व में फैल गई थी और दुनिया के तमाम देशों द्वारा कड़े उपाय शुरू किए जाने के बावजूद वियतनाम भी इस विषय में वायरस के दूसरे चरण की चपेट में आ गया था।

इसी समय के आसपास, वियतनाम कोरोना के विरुद्ध अपने हस्तक्षेप के जरिए फिर सक्रिय हुआ और महामारी के शुरू होने के बाद कोविड-19 के विरुद्ध अपनी सबसे बड़ी लड़ाई में एस्ट्राजेनेका द्वारा बनाई गई और एस्ट्राजेनेका पीएलसी के जरिये मुहैया कराई गई अपनी वैक्सीन को मान्यता दी। इस अभियान पर अपने को केंद्रित रखने के लिए इसने सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी की अहम बैठक की अवधि को भी सीमित कर दिया।2 सरकारी मीडिया ने कांग्रेस की बैठक के समय से पहले समाप्त हो जाने के बारे में किसी वजह का खुलासा नहीं किया। 98 मिलियन आबादी वाले देश में कोरोना वायरस के180 नये केस मिले थे। 1 साल पहले पता संज्ञान में आई इस महामारी से देश में पीड़ित होने वाले लोगों की कुल संख्या 1739 थी, जिनमें स्थानिक संक्रमण के 873 मामले भी शामिल हैं। लेकिन इतनी ही संख्या ने वियतनाम के नीति-निर्माताओं की नींद उड़ा दी थी। हालांकि सरकार इस पूरे विश्वास में थी कि वह नव चंद्र वर्ष के मौके पर 6 फरवरी से शुरू होने वाली छुट्टियां के पहले कोरोना वायरस काबू पा लेगी। उससे प्रतीत होता है कि एक अति महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय कर लिया गया था, लेकिन वह इतना आसान नहीं था, जितना वियतनामी नेताओं ने परिकल्पना कर रखी थी। यह उनकी अति महत्वकांक्षी योजना प्रतीत होती थी सरकार का 30,000 लोगों के संक्रमित होने का अंदेशा करते हुए उनके इलाज की व्यापक तैयारी करना।

प्रधानमंत्री गुयेन जुआन फुक ने प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीन की 30 मिलियन खुराकें खरीदने का निर्णय लिया था। वायरस से महीनों मुक्त रहने के बाद सरकार ने जुलाई 2020 के पहले यह अनुमान लगाया कि अगर संक्रमण का एक भी मामला सामने आता है, और उसका समय पर इलाज नहीं होता है तो प्रत्येक शहर और प्रांत के कोरोना से संक्रमित होने का खतरा है।3 जैसा सोचा गया था, इसके बाद के महीनों में इस तरह के मामले सामने आए थे। अगर वियतनाम ने लोगों को अलग-थलग करने का केंद्रीकृत कार्यक्रम नहीं अपनाया होता और और समय पर आक्रामक संपर्क प्रणाली को नहीं लागू किया होता तो उसकी हालत बहुत बदतर हो सकती थी, क्योंकि उसकी सीमाएं चीन से लगती है, जहां से इस वायरस की उत्पत्ति की हुई है। वियतनाम की सेंट्रल सिटी के डा नांग के समुद्री तट पर आमतौर पर काफी भीड़-भाड़ रहता है। यह न केवल वियतनाम के लोगों के बीच बल्कि विदेशी पर्यटकों के बीच भी काफी प्रसिद्ध है, कोरोना के संक्रमण काल में वह अचानक ही वीरान हो गया था। प्रधानमंत्री फुक ने पर्यटकों की आवाजाही की संभावना वाले सभी ठिकानों पर कड़ी निगरानी रखने और डा नांग में लॉकडाउन का आदेश जारी किया था, जो कोरोना वायरस के फैलने का मुख्य स्थान था। जैसे ही वायरस का प्रकोप फैला, डा नांग से 80,000 से भी ज्यादा लोगों को हटा दिया गया।4 एक तरह के युद्ध अभियान में,सरकार ने कोविड-19 की नई लहर को रोकने के लिए ‘पूरी ताकत’ झोंक दी थी।5 शुरुआत में सरकार को इसमें सफलता मिली थी लेकिन बाद में वायरस नये रूप में फिर से फैल गया।

खंड-दो

इस संकट के विरुद्ध वियतनाम में सरकार ने कोरोना से निबटने के उपाय सुनिश्चित करने के लिए 13वीं पार्टी कांग्रेस की कार्यवाही को पहले से तय अवधि के 2 दिन पहले ही समाप्त करने का निर्णय किया।6 समापन सत्र में, इस प्रस्ताव के बारे में पोलित ब्यूरो के सदस्य, पार्टी सेंट्रल कमेटी के सचिव और पार्टी सेंट्रल कमेटी कमीशन के सूचना और शिक्षा प्रमुख वो वान थोंग ने पोलित ब्यूरो, पार्टी के महासचिव, सचिवालय, निरीक्षण आयोग, और निरीक्षण आयोग के अध्यक्ष के 13वें कार्यकाल के लिए उनके चयन की घोषणा की।

प्रमुख खबरों में, गुयेन फु त्रुंग को पार्टी की13वीं सेंट्रल कमेटी के महासचिव पद पर फिर से चुना गया है। यह पार्टी की सबसे बड़ी इकाई है। अपने चुने जाने के लिए आभार व्यक्त करते हुए और उनके नेतृत्व में फिर से विश्वास जताने के प्रति पार्टी का धन्यवाद करते हुए त्रुंग ने “जोर दिया कि पार्टी की 13वीं सेंट्रल कमेटी हर एक कठिनाइयों के बावजूद अपने कर्तव्य के निर्वहन के लिए अथक प्रयास करेगी, परंपरा को बरकरार रखेगी और क्रांतिकारी उपलब्धियों को हासिल करेगी, समूचे और लोगों को उनके गौरवशाली परंपराओं और मूल्यवान अनुभवों, सद्भाव तथा सर्वसम्मति बढ़ाने, विचार और क्रिया में टिकाउपन को बढ़ावा देने, क्रांतिकारी गुणों और नैतिकता को मजबूती देने तथा कार्यक्षमता बढ़ाने , 13वीं नेशनल पार्टी कांग्रेस के पारित प्रस्ताव को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए प्रतिबद्ध होगी तथा नई अवधि में पूरी पार्टी, लोग, और सेना की आकांक्षाओं के साथ क्रांतिकारी तकाजों की मांगों को पूरा करेगी।”7 समापन भाषण देते हुए त्रुंग ने 13वीं नेशनल पार्टी कांग्रेस के अप्रतिम परिणामों और सफलताओं की समीक्षा की। उन्होंने बाद में मीडिया को बताया कि 13वीं नेशनल पार्टी कांग्रेस कई मायनों में, इसकी “विषय वस्तु, रूप, संगठन और काम करने की प्रवृत्ति” को लेकर विशिष्ट थी।8

पार्टी प्रमुख के रूप में गुएन फू त्रुंग को तीसरी बार 5 साल के लिए चुन कर उन्हें देश के वास्तविक नेता का सम्मान दिया गया है। उत्तर कोरिया के विपरीत, वियतनाम में कांग्रेस में 1587 प्रतिनिधि एक प्रक्रिया के तहत चुने जाते हैं, जो पार्टी की सरजमीनी इकाई सेंट्रल कमेटी के 200 सदस्यों का चुनाव करते हैं, जो बाद में त्रुंग को पार्टी महासचिव तथा 18 सदस्य पोलित ब्यूरो, जो पार्टी की सर्वोच्च ईकाई होता है, उसके प्रमुख के रूप में चुनाव करते हैं। यह पोलित ब्यूरो ही है जो यह तय करता है कि देश के सर्वोच्च चार पदों पर किसकी नियुक्ति होगी : सीपीवी का महासचिव, जो देश का सबसे शक्तिशाली दायित्व वाला पद है; राष्ट्रपति, यह अधिकतर समारोही पद है; प्रधानमंत्री; और नेशनल एसेंबली का चेयरमैन। इनके काम को “चार स्तंभों” के रूप में माना जाता है।9

चूंकि त्रुंग 76 वर्षीय बुजुर्ग हैं और वह अवकाश की उम्र 65 के पार हो गये हैं। इससे यह अनुमान लगाया जा रहा था कि वह पद की दौड़ में शामिल नहीं होंगे, लेकिन उन्हें इस नियम से छूट दी गई जैसा कि 2016 की अंतिम कांग्रेस में दी गई थी। यह घटना पार्टी में उनके रसूख को चिन्हित करती है। वास्तव में, त्रुंग राष्ट्रपति के रूप में भी सेवाएं देते रहे हैं क्योंकि पूर्ववर्ती राष्ट्रपति त्रान दाई क्वांग के पद पर रहते 2018 में निधन हो गया था। कहा जाता है कि त्रुंग अपनी अवस्था को देखते हुए दूसरे कार्यकाल के लिए अनिच्छुक थे और पोलित ब्यूरो के साथी सदस्य त्रान क्वोक वुंग को इस पद की जवाबदेही सौंपना चाहते थे। दुर्भाग्य से वुंग सेंट्रल कमेटी के सदस्यों के पर्याप्त संख्या में मत नहीं जुटा सके, ऐसे में त्रुंग के पास विनम्रतापूर्वक पदभार ग्रहण करने के अलावा कोई विकल्प नहीं रह गया था। फिर भी, इस बात की संभावना है कि त्रुंग अपनी अधिक आयु को देखते हुए सेवा अवधि के बीच में ही अवकाश ग्रहण कर सकते हैं, अगर सेंट्रल कमिटी उनके उत्तराधिकारी के नाम पर सहमत हो जाती है।10

सीपीवी की आर्थिक रूपरेखा

कांग्रेस ने पार्टी की आर्थिक रूपरेखा को स्वीकार कर लिया है, इसमें वियतनाम के प्रौद्योगिकी बदलाव को रेखांकित किया गया है,11 जो देश को 2045 में अपने समग्र विकास लक्ष्य का बोध कराएगा। वर्तमान में वियतनाम के पास अपने दायरे में एक दर्जन से भी ज्यादा मुक्त व्यापार समझौते हैं, जो उसे अपने निर्यात बाजारों का विस्तार करने तथा उन्हें विविधमुखी होने में मदद करेंगे। विश्व की विशालकाय सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी और इंटेल कॉरपोरेशन जैसे एक मुख्य विनिर्माण के क्षेत्र के रूप में उभरने का उसका लक्ष्य है, और अपनी आर्थिक प्रोफाइल को कम ऊंचे श्रम उद्योगों से सघन विनिर्माण को विज्ञान और तकनीक के उच्च तकनीक क्षेत्र में बदलना चाहता है।

युद्ध-पश्चात जापान की आर्थिक खुशहाली में एशिया में आर्थिक समृद्धि के ढंग को देखते हुए और समुद्र तटवर्ती देशों, जैसे दक्षिणी कोरिया, ताइवान, सिंगापुर और हांगकांग में श्रम-प्रधान उदयोगों के बदलने और तदनंतर, इन चार शेरों को आर्थिक संवृद्धि के वातावरण में हंसों की तरह उड़ते देख कर; वियतनाम का भी लक्ष्य उस दौ़ड़ में शामिल होने का है, जैसा कि कांग्रेस के दौरान उद्घाटित आर्थिक खाका में प्रदर्शित किया गया है। इसलिए यह भी बताया है कि कई जापानी और दक्षिण कोरियाई कंपनियों ने कोरोना के संक्रमण के बाद अपनी उत्पादन सुविधाओं को या तो चीन से वापल अपने देश ले आई हैं या फिर अपनी ज्ञान-प्रधान सुविधाओं को कम आकर्षक औद्योगिक उत्पादन वाले देशों जैसे भारत-बांग्लादेश, थाईलैंड और आसियान क्षेत्रों के अन्य देशों के बजाय वियतनाम में स्थापित करने के बारे में सोचेंगी। वियतनाम ने पहले से ही, ताइवान में फॉक्सकॉन टेक्नोलॉजी कंपनी लिमिटेड की एक इकाई को अपने यहां 270 मिलियन डॉलर के निवेश के लिए लाइसेंस जारी कर इसके स्वागत की पहले ही पहल शुरू कर दी है। फॉक्सकॉन एप्पल की मुख्य आपूर्तिकर्ता है। इसी तरह, अमेरिका की चिप बनाने वाली कंपनी इंटेल ने वियतनाम में अपने निवेश को 475 मिलियन डॉलर से बढ़ाकर 1.5 बिलियन डॉलर कर दिया है। ये वियतनाम की भावी अर्थव्यवस्था के गुलाबी होने के चिन्ह हैं।12 समाजवाद-उन्मुख बाजार आधारित अर्थव्यवस्था के मुख्य अवयवों का निर्वाह करते हुए वियतनाम प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की दर को पर्यावरण पर जोखिम के खतरों को कम से कम रखने के मानकों के दायरे में रहते हुए परिमाण के बजाय गुणवत्ता को और ऊंचा उठाने पर जोर देगा। अगर आर्थिक खाके के मुताबिक आगे बढ़ता है, तो कोई भी वियतनाम में दूसरा आर्थिक चमत्कार घटित होते हुए देख सकता है।13

सराहना और जय घोष

लाओ पीपुल्स रिवॉल्यूशनरी पार्टी (एलपीआरपी) और कंबोडियन पीपुल्स पार्टी (सीपीपी) ने सीपीवी की सेंट्रल कमिटी की 91वीं स्थापना वर्षगांठ (3 फरवरी 1930-2021) पर अपने बधाई संदेश दिए हैं। अपनी स्थापना के समय से ही सीपीवी ने प्रत्येक क्रांतिकारी अवधि के लिए एक ठोस मार्ग निर्देशिका और नीतियां तय कर रखी है। उस संदेश में सीपीवी द्वारा परिकल्पित और निर्देशित “दोई मोई” (पुनर्नवीकरण) के 35 वर्षों के दौरान उल्लेखनीय सफलता हासिल करने के लिए वियतनाम की सराहना की गई है। इसी तरह की भाव संवेदनाएं लाओ पार्टी ने भी व्यक्त की है।14

हनोई में भारत के राजदूत प्रणय वर्मा ने भी वैश्विक समृद्धि बढ़ाने में एक योगदानकर्ता के रूप में वियतनाम के उल्लेखनीय विकास की तारीफ की है। वर्मा ने गौर किया कि नेशनल कांग्रेस ने वियतनाम के समक्ष पेश उन अवसरों और चुनौतियों को चिन्हित किया है तथा उसके मुताबिक अगले 5 से 10 वर्षों में सामाजिक आर्थिक विकास का लक्ष्य तय किया है।15

अगर कोई वियतनाम की एशिया के दूसरी कम्युनिस्ट देश कोरिया से वियतनाम की तुलना करें, जिसकी पार्टी की 8वीं कांग्रेस 2020 की जनवरी में आयोजित की गई थी, तो कोई देख सकता है कि इन दोनों एशियाई कम्युनिस्ट देशों कार्यकलापों में बहुत अंतर है। जबकि दोनों ही देशों में पार्टी को प्रमुखता दी गई है, उत्तर कोरिया में निर्णय अतिशय रूप में पार्टी केंद्रित होता है और उस पर किंग जोंग उन के परिवार का दखल रहता है और उसमें किसी भी तरह की पारदर्शिता नहीं होती है, जबकि वियतनाम की व्यवस्था बिल्कुल लोकतांत्रिक और पार्टी व्यवस्था के दायरे में है। यहां उत्तर कोरिया की तरह किसी तरह का वंशानुक्रम नहीं है।

भविष्य

घरेलू मोर्चे पर, वियतनाम में सब कुछ व्यवस्थित प्रतीत होता है। विदेश नीति के मोर्चे पर देश को वास्तविक चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। यह देखना दिलचस्प होगा कि देश का नया नेतृत्व उन मसलों को कैसे हल करता है। इसके अलावा, आर्थिक योजना जैसी कि इसके आर्थिक खाके में परिकल्पित किया गया है, उसमें विदेशी अवयव को शामिल करना होगा। उसे अपने पड़ोसी देश चीन के साथ तालमेल बिठाना होगा, जो विवादित दक्षिणी चीन सागर के बड़े हिस्से पर अपना दावा जताता रहा है, वहां वियतनाम तेल और गैस संसाधनों को निकालने की मांग कर रहा है। लिहाजा, उसे इस मोर्चे पर कुछ समय के लिए बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। वियतनाम के कई सारे मित्र देश हैं पर चीन मित्र-विहीन प्रतीत होता है, संभवत: पाकिस्तान और उत्तर कोरिया को छोड़कर उसका कोई दोस्त नहीं है। यह स्थिति वियतनाम को चीनी चुनौतियों से जूझने के लिए आत्मविश्वास से लबरेज रखेगी। वह जोए बाइडेन प्रशासन के साथ वियतनाम के अमेरिका दोस्ताना रिश्ते को जारी रहने की उम्मीद लगाये हुए है। वह भारत और जापान जैसे मित्र देशों के समर्थन के बल पर पेइचिंग के साथ नाजुक संतुलन बनाए रखने की अपेक्षा करता है। और वह चीन से आने वाले किसी भी खतरे के संदर्भ में वाशिंगटन से प्रतिकार की आशा करता है। कांग्रेस के इस वस्तुनिष्ठ नजरिए से देखें तो यह उसकी सफलता है। यह देखने लायक होगा कि कैसे आने वाले वर्षों में नेतृत्व देश की आर्थिक और विदेश नीति के वायदे को पूरा करता है। अतीत के अनुभवों को देखते हुए कोई भी वियतनाम की भविष्य की योजना से कुछ उम्मीद कर सकता है।

पाद-टिप्पणियां
  1. देखें राजाराम पांडा, “आफ्टर साउथ कोरिया वियतनाम अनदर एग्जांपल टू इम्यूलेट इन फाइटिंग कोविड-19”, 20 मई 2020, https://www.vifindia.org/article/2020/may/20/after-south-korea-vietnam-another-example-to-emulate-in-fighting-covid-19, “वियतनाम कैन ऑफर वर्ल्ड लेशन इन कोविड-19 कंटेनमेंट”, 5 जुलाई 2020, https://english.vov.vn/society/vietnam-can-offer-world-lessons-in-covid19-containment-413401.vov
  2. “वियतनाम अप्रूव्स एस्ट्राजेनेका वैक्सीन,कट शॉर्ट कम्युनिस्ट पार्टी कांग्रेस”,दि असाही शिंबुन, 30 जनवरी 2021, http://www.asahi.com/ajw/articles/14149591
  3. “वियतनाम सेज दैट एवरी सिटी एंड प्रोविंस नाउ एट रिस्क ओ वायरस”, दि असाही शिंबुन, 29 July 2020, http://www.asahi.com/ajw/articles/13588446
  4. “वियतनाम टू एवैक्यूट 80,000 डा नांग आफ्टर वायरस आउटब्रेक”, दि असाही शिंबुन, 27 जुलाई 2020, http://www.asahi.com/ajw/articles/13591542
  5. “वियतनाम रेडी टू यूज ‘फुल फोर्स’ टू ऑरेस्ट न्यू कोरोना वायरस वेब”, 30 जुलाई 2020, दि असाही शिंबून, http://www.asahi.com/ajw/articles/13591542
  6. “13वीं नेशनल पार्टी कांग्रेस रैप्स अप”, 1 फरवरी 2021, https://en.daihoidang.vn/13th-national-party-congress-wraps-up/755.vnp
  7. वही।
  8. वही।
  9. “वियतनाम कम्युनिस्ट पार्टी रि-इलेक्टस चीफ टू लीड द नेशन”, मैंची डेली न्यूज, 31 जनवरी 2021, https://mainichi.jp/english/articles/20210131/p2g/00m/0in/057000c; “ वियतनाम कम्युनिस्ट पार्टी रि-इलेक्टस चीफ टू लीड द नेशन”, दि असाही शिंबून,1 फरवरी 2021, http://www.asahi.com/ajw/articles/14153131
  10. वही।
  11. “पार्टी इकोनॉमिक ब्लूप्रिंट हाइलाइट्स वियतनाम हाई-टेक स्विफ्ट”, 1 फरवरी 2021, https://en.daihoidang.vn/party-economic-blueprint-highlights-vietnams-hitech-shift-reuters/787.vnp
  12. वही।
  13. रुचिर शर्मा, “दि नेक्स्ट ‘आसियान मिरेकल’’,द टाइम्स ऑफ इंडिया, 15 अक्टूबर 2020, https://timesofindia.indiatimes.com/blogs/toi-edit-page/the-next-asian-miracle-vietnam-is-exporting-its-way-to-prosperity-while-leaving-no-one-behind-at-home/
  14. “लाओ, कंबोडियन पार्टीज कांग्रेचुलेट कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ वियतनाम ऑन 91th एनिवर्सरी”,1 फरवरी 2021, https://en.daihoidang.vn/lao-cambodian-parties-congratulate-communist-party-of-vietnam-on-91st-anniversary/786.vnp
  15. “वियतनाम डेवलपमेंट कंट्रीब्यूट्स टू ग्लोबल प्रॉस्पैरिटी: इंडियन एंबेसडर”, 3 फरवरी 2021, https://en.daihoidang.vn/vietnams-development-contributes-to-global-prosperity-indian-ambassador/777.vnp

Translated by Dr Vijay Kumar Sharma (Original Article in English)


Image Source: VNA

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