मूल्यांकन : वियतनाम की 13वीं नेशनल पार्टी कांग्रेस के परिणाम
Brig Vinod Anand, Senior Fellow, VIF

वियतनाम की 13वीं नेशनल पार्टी कांग्रेस विगत 31 जनवरी को हुई थी। नेतृत्व के सांचे में बदलाव और उसके बाद विकासात्मक योजनाओं को मंजूरी देने के साथ कांग्रेस का आयोजन समय से दो दिन पहले कर लिया गया था। वियतनाम का राजनीतिक दिशा-निर्देश और शासन-प्रशासन चतुष्टय नेताओं पर आधारित है; इनमें वियतनाम कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और नेशनल एसेम्बली के चेयरमैन शामिल हैं। ये नियुक्तियां एनपीसी की बैठक के दौरान की गईं। गुयेन फु त्रुंग ने 13वीं एनपीसी की बैठक में पार्टी की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए आकलन किया कि “हमारा देश तेजी से और सतत गति के साथ विकास कर रहा है, लोगों का पार्टी में, राज्य में तथा समाजवादी सत्ता में लोगों का विश्वास बना हुआ है- संवृद्धि की समानता में सुधार हुआ है, अर्थव्यवस्था की दशा स्थिर है, मुद्रास्फीति पूरी तरह नियंत्रण में है।”

गुयेन फु त्रुंग जबकि तीसरी बार भी पार्टी के महासचिव चुने गए हैं, शुआन फक जो प्रधानमंत्री रहे हैं, उन्हें राष्ट्रपति के रूप में नियुक्त किया गया है। त्रुंग के लगातार तीसरी बार चुने जाने-दो बार पद पर बने रहना आम है-का संकेत यह हो सकता है कि पार्टी में एकता है और उनके द्वारा पहले के दो पूर्व कार्यकालों के दौरान किये गए कामों को लेकर पार्टी में प्रशंसा के भाव हैं। दो लोग फाम मिन्ह चीन्ह और वुंग दीन्ह नये हैं, जिन्हें क्रमश: वियतनाम का प्रधानमंत्री और नेशनल एसेम्बली का चेयरमैन बनाया गया है। इन सभी पदों के लिए नियुक्तियां पांच वर्षों के लिए की गई हैं। इनके आधार पर यह भी कहा जा सकता है कि भिन्न-भिन्न पदों पर नियुक्तियों के लिए एनपीसी का चयन पार्टी के अनुदारवादी और गैर अनुदारवादी के मिश्रण को प्रतिबिम्बित करता है। इस प्रकार, पार्टी औऱ सरकार की नई अधिसंरचना और ढांचे में मात्रात्मक संतुलन बनाता है।

कांग्रेस में विचार-विमर्श और नई नियुक्तियों के लिए चयन की सारी प्रक्रिया सुचारु रूप से चली। इसे भी रेखांकित किया जाना महत्वपूर्ण है कि नेतृत्व के चार स्तम्भों में दो-त्रुंग और शुआन फक-काफी अनुभवी हैं। ये लम्बे समय से वियतनाम के राजकाज से जुड़े रहे हैं। इन दोनों नेताओं ने कोरोना के पैदा किये विनाश के दौरान देश का मार्गदर्शन किया है। वे आर्थिक संवृद्धि और विकास के संवाहक रहे हैं। घरेलू और वैदेशिक मामलों में एक संतुलित नजरिया रखते रहे हैं। ये निरंतरता और स्थिरता के तत्वों को भी प्रतिबिम्बित करते हैं। इस प्रकार कि वियतनाम न केवल कोविड-19 के चलते कठिनाई भरे दौर में बल्कि चीन द्बारा अंतरराष्ट्रीय नियम-कायदों पर आधारित व्यवस्था को ठेंगा दिखाये जाने के समय में भी अपनी प्रगतिशील आंतरिक और अंतरराष्ट्रीय नीतियों को जारी रखेगा। त्रुंग ने अपनी छवि भ्रष्टाचार विरोधी के वियतनाम के मसीहा की बना रखी है, क्योंकि उन्होंने अपनी पार्टी, सरकार और अन्य क्षेत्रों में जहां कहीं भी भ्रष्टाचार हो रहा हो, वहां इससे सख्ती से निबटा है। इस तरह, उनकी वैधता पार्टी और सरकार दोनों में बढ़ी है।

प्रधानमंत्री के रूप में फाम मिन्ह चीन्ह और नेशनल एसेम्बली के चेयरमैन के रूप में वुंग दीन्ह ह्यू नये हैं, जो अपने-अपने क्षेत्रों में पुनरुद्धार और कायाकल्प की कोशिश करेंगे। चीन्ह को देश की महत्वपूर्ण संस्था सेंट्रल ऑर्गनाइजेशन कमीशन के प्रमुख के रूप में अनुभव है और इसके पहले भी उन्होंने सार्वजनिक सुरक्षा मंत्रालय में उप मंत्री के रूप में हासिल उनके अनुभव के बल पर प्रधानमंत्री की नई जवाबदेही और कामकाज का बेहतर निर्वाह करेंगे।

वियतनाम में राष्ट्रपति राष्ट्राध्यक्ष होते हैं, सरकार चलाने की जवाबदेही प्रधानमंत्री की होती है। चीन्ह देश में स्वास्थ्य ढ़ांचे के विस्तार तथा वियतनाम के विश्व व्यापार का क्षेत्र और स्तर बढ़ाने के साथ सतत आर्थिक संवृद्धि और विकास के लिए नवाचार अपनाने के लिए उत्सुक होंगे। वियतनाम की आर्थिक संवृद्धि कोरोना काल के आगमन से कई वर्ष पहले तक दक्षिण-पूर्वी एशियाई देशों में सबसे तेजी के साथ विकसित होती अर्थव्यवस्था रही है। हालांकि सटीक नीतियों को अमल में लाने के साथ आर्थिक संवृद्धि की पुरानी रफ्तार को एकाध साल में ही फिर से लौटने की उम्मीद की जाती है। यह रेखांकित करना उपयोगी है कि कोविड-19 की चुनौतियां अभी दूर नहीं हुई हैं क्योंकि नये वायरस स्ट्रेन का प्रकोप फैल रहा है, जो वियतनाम के उत्तरी हिस्से में मिले वायरस के बनिस्बत काफी घातक है। लेकिन उस पर बेहतर तरीके से काबू पाने की कोशिश कर रही है। कोविड-19 के साथ निबटने के तरीके और उसमें मिली कामयाबी की तो विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) समेत पूरे विश्व स्तर पर प्रशंसा की गई है।

कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ वियतनाम (सीपीवी) ने भी 2021-25 के दौरान जबरदस्त सुधारों और उच्च प्रौद्योगिकी विकास के उपाय करते हुए आर्थिक संवृद्धि की दर 6.5 से 7 फीसदी करने के लिए अपने स्तर पर एक योजना बनाई है। पार्टी कांग्रेस के दौरान एक 10 वर्षीय सामाजिक-आर्थिक योजना मंजूर की गई, जिनमें अन्य बातों के साथ अर्थव्यवस्था में निजी क्षेत्रों का योगदान पहले की 42 फीसदी से बढ़ा कर उसे 50 फीसदी या उससे भी अधिक कर दी गई है। इस योजना का लक्ष्य प्रति व्यक्ति आय में इजाफा करना है। 2020 के अंत में अनुमानित 2750 अमेरिकी डॉलर के बजाय 2025 तक 4000-5000 अमेरिकी डॉलर करना है, जो पहले की तुलना में लगभग दोगुना है।

निस्संदेह, वियतनाम के नये नेतृत्व से अपेक्षा की जाती है कि वह अमेरिका और चीन जैसी बड़ी शक्तियों के साथ-साथ क्षेत्र की बड़ी ताकतों से बर्ताव के तरीके तलाशने के साथ-साथ विदेश और सुरक्षा नीतियों के मामले में महत्वपूर्ण समाधान लाए। यह नई व्यवस्था आसियान में, तथा बहुपक्षवाद, खास कर अंतरराष्ट्रीय स्तर अपने योगदान में कटौती करेगा, क्योंकि वियतनाम इस साल तक संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य रहेगा।

निरंतरता और स्थिरता दोनों के साथ, नए नेतृत्व की पहचान के रूप में भारत-वियतनाम संबंधों को 2016 में हस्ताक्षरित मौजूदा व्यापक रणनीतिक साझेदारी और गत साल शांति और समृद्धि के लिए संयुक्त दृष्टिकोण के आधार पर और आगे बढ़ाया जाएगा। यह अपेक्षा बेमानी नहीं होगी कि वियतनाम के दो सर्वोच्च नेता जिन्होंने इन द्विपक्षीय संधियों को मूर्त रूप दिया था, वे दोनों राष्ट्रों के बीच मौजूदा घनिष्ठ संबंधों को गति और सार्थकता प्रदान करेंगे। वैश्विक और क्षेत्रीय रणनीतिक वातावरण में निरंतर प्रवाह यह संकेत देता है कि ऐसे मसलों पर समान अवधारणाओं के साथ दोनों ही देश अपनी नीतियों और दृष्टिकोणों में तालमेल कर विश्व में आकार ले रहीं नई जटिल वास्तविकताओं से निबटेंगे।

Translated by Dr Vijay Kumar Sharma (Original Article in English)


Image Source: https://www.vifindia.org/2021/february/08/assessment-outcome-of-vietnams-13t-national-party-congress

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